धर्म न्याय युद्ध करो
प्रार्थना के उज्जवल पथ पर
निरंकुश निरअभिमान चलो ,
सतत जीवन पथ दुर्गम पर
सत्य पुंज आलोकित करो ।
नित्य निमित्त संशय विहीन बन
संग्राम रथ अविकल बनो ,
अथक अटल विश्वास लेकर
धर्म न्याय नित युद्ध करो ।
अजर अमर नव प्राण निशदिन
ऊर्जा पुंज नव घ्राण करो ,
विस्मृत आत्मसम्मान प्रकट कर
दुर्गम उच्च पथ प्रयाण करो ।
अभय अनंत आकाश बनकर
आदित्य-रथ अविराम धरो ,
अक्षय पुंज अतुल्य विराट धर
अविरल अद्भुत भवसार बनो ।
-- क्लीं राय (जायसवाल)
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